
सेवा का मतलब बहुत ही विस्तृत है!केवल किसी की आर्थिक या शारीरिक सेवा ही मात्र नहीं होती बल्कि सेवा के मूल में भावना का होना आवश्यक है!संस्कृति संस्थान सामाजिक,शैक्षणिक एवं सांस्कृतिक विकास को समर्पित संस्थान,जो जनसहयोग से संचालित होता है!हमें आपके सहयोग एवं संबल की आवश्यकता है!
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