सेवा का मतलब बहुत ही विस्तृत है!केवल किसी की आर्थिक या शारीरिक सेवा ही मात्र नहीं होती बल्कि सेवा के मूल में भावना का होना आवश्यक है!संस्कृति संस्थान सामाजिक,शैक्षणिक एवं सांस्कृतिक विकास को समर्पित संस्थान,जो जनसहयोग से संचालित होता है!हमें आपके सहयोग एवं संबल की आवश्यकता है!
'बिन उम्मीद का अतुल्य बंध'
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"प्यारे साहेब,
आज अरसे बाद कॉफ़ी का पहला सिप लेते ही कुछ पुराना ज़ेहन में उभर आया.. कुछ
'ख़ास' था या उसे इस उपमा से हमने संवारा.. जो था, लबालब था.. मुझ...
1 week ago